ए जिंदगी

ए इंसानियत तू दिल को दुवा दे रही है,
खुशियों को बाँटने की सलाह दे रही है...
भर आये जी भी कुछ देख ये मंज़र,
रास्तों में भी  ये जरूरतमंदों की भीड़ नजर आ रही है।

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